कोविड महामारी के बीच ‘ओणम’ की शान में चमका मध्य प्रदेश

ओणम पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दी बधाई

अगस्त 2021 : दुनिया भर में मलयाली ओणम मनाते हैं। कोविड महामारी के बीच यह दूसरा ओणम उत्सव है। भले ही इस साल समारोह सीमित हैं, लेकिन मलयाली लोगों के दिलों में ओणम ने अपना गौरव नहीं खोया है।

शिवराज सिंह चौहान, मुख्यमंत्री,मध्य प्रदेश ने कहा “ ओणम केरल का राज्योत्सव है। यह खुशी, शांति तथा भाईचारे कात्यौहार है। यह त्यौहार उन दिनों की याद में मनाया जाता है, जब राजा महाबली केरल मेंराज करते थे। ऐसी मान्यता है कि हर वर्ष इस दिन राजा महाबली अपनी प्रजा से मिलने उनकेराज्य में आते है। इस दिन केरल के लोग घरों को सजाते हैं, नए वस्त्र पहनते हैं, पकवान बनाते हैं तथा पूरे उत्साह एवं प्रसन्नता के साथ अपने राजा महाबली (मावेली) का स्वागतकरते हैं। ओणम के इस पावन अवसर पर मैं समस्त केरलवासियों को हार्दिक शुभकामनाएँ प्रेषित करता हूँ। प्रसन्नता का विषय है कि नगर के एक प्रमुख मलयाली संघ “यूनाइटेड मलयालम एसोसिएशन” द्वारा इस वर्ष 21 अगस्त को ओणम का त्यौहार विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमोंके साथ वर्चुअली मनाया जा रहा है।

शहर के एक प्रमुख सामाजिक-सांस्कृतिक संगठन यूनाइटेड मलयालम एसोसिएशन ने ओणम का त्योहार मनाया। अधिकांश गतिविधियां ऑनलाइन आयोजित की गई और लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। अलग-अलग जगहों पर फूलों की रंगोली या अथापू बिछाई गई।समारोह का महत्वपूर्ण हिस्सा इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय में आयोजित किया गया था। महाबली ने संग्रहालय में स्थित मंदिर का दौरा किया और एसोसिएशन केयुवाओं द्वारा प्रस्तुत विभिन्न पारंपरिक कला रूपों को देखा। श्री प्रवीण कुमार मिश्रा, निदेशक, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय ने राजा महाबली के साथ अन्य अधिकारियों और एसोसिएशन के सदस्यों का स्वागत किया। पारंपरिक नृत्य, थुंबीथुल्लल, पुलिकली, चेंदामेलम आदि का प्रदर्शन किया गया।

यूनाइटेड मलयाली एसोसिएशनके अध्यक्ष ओ डी जोसेफ ने कहा “ पहले हम ओणम उत्सव को एक बड़ा आयोजन बनाते थे जहाँ समुदाय के लोग और अन्य लोग बड़ी संख्या में उपस्थित होते थे और कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते थे। चूंकि इस तरह के समारोह और सभा की व्यवस्था करना संभव नहीं है, इसलिए हम उत्सव के महत्व और भावना को खोए बिना उत्सव के आभासी तरीके का चयन कररहे हैं। यह पहली बार है जब हम इस तरह से त्योहार मना रहे हैं और यह अनूठा है। आईजीआईएमएस ने केरलकी नृवंशविज्ञान संबंधी वस्तुओं जैसे स्नेक बोट, नालुकेट्टू, आलविलाकु आदि को रखते हुए एक मिनी केरल का चित्रण किया है। समारोहों में एक सच्ची भावना थी जैसे कि हमकेरल में हैं। महाबली ने भी ऊपरी सरोवर का दौरा किया और लोगों का अभिवादन स्वीकारकिया। इसके अलावा, हमने भोपाल के विभिन्न स्थानों पर ओणम से संबंधित कार्यक्रम भी आयोजित किए और पूरे समारोह को प्रलेखित किया गया और इसे विभिन्न चैनल और अन्य प्लेटफार्मोंपर अपलोड किया गया ताकि हर कोई उत्सव का आनंद ले सके ” ।

केपी दास महासचिव, अनिल नायर, उपाध्यक्ष, आर.एस. पिल्लई कला सचिव, बायजू पी जॉर्ज, और एसोसिएशन के कई पदाधिकारी शिबू पी आर , सुनील कुमार, मनोज नायर, मुरली पीबी, मैथ्यू एमके, अनिल कुमार, वलसन, राजी गोपीनाथ, सुधा पिल्लई, शम्मी हरीश, प्रसन्ना, श्यामला सोमनाथन, लीला, रीना और साजी जॉर्ज उत्सव के दौरान उपस्थित थे ।

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